Safalta ke Liye Brihaspati Mantra सफलता के लिए बृहस्पति मंत्र - हिन्दू ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बृहस्पति ग्रह को सफलता, सुख, वैभव, धन, वैवाहिक जीवन, संतान और विवाह का कारक ग्रह माना गया है। गुरुवार के दिन इन मंत्रों का जाप करने से दूर होंगे सभी कष्ट और हर मनोकामना होगी पूरी ।
बृहस्पति शांति ग्रह मंत्र (Brihaspati Shanti Mantra)
देवानाम च ऋषिणाम च गुरुं कांचन सन्निभम। बुद्धिभूतं त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पतिम्।।
ॐ बृं बृहस्पतये नमः।।
ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः।।
ॐ ह्रीं नमः।।
ॐ ह्रां आं क्षंयों सः ।।
बृहस्पति बीज मंत्र (Brihaspati Beej Mantra)
1. ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः।
2. ॐ बृं बृहस्पतये नमः।
बृहस्पति ध्यान मंत्र (Brihaspati Dhyan Mantra)
रत्नाष्टापद वस्त्र राशिममलं दक्षात्किरनतं करादासीनं, विपणौकरं निदधतं रत्नदिराशौ परम्। पीतालेपन पुष्प वस्त्र मखिलालंकारं सम्भूषितम्, विद्यासागर पारगं सुरगुरुं वन्दे सुवर्णप्रभम्।।
बृहस्पति विनियोग मंत्र (Brihaspati Viniyog Mantra)
- ॐ अस्य बृहस्पति नम:
- ॐ अनुष्टुप छन्दसे नम:
- ॐ सुराचार्यो देवतायै नम:
- ॐ बृं बीजाय नम:
- ॐ शक्तये नम:
- ॐ विनियोगाय नम:
- ऊं अंशगिरसाय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि तन्नो जीव: प्रचोदयात्।
बृहस्पति गायत्री मंत्र (Brihaspati Gaytri Mantra)
ॐ वृषभध्वजाय विद्महे करुनीहस्ताय धीमहि तन्नो गुरु: प्रचोदयात् ॥
ॐ अंगि-रसाय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि तन्नो जीव: प्रचोदयात् ॥
ॐ गुरुदेवाय विद्महे परब्रह्माय धीमहि तन्नो गुरु: प्रचोदयात ॥
अर्थ- मैं सभी देवताओं के गुरू का ध्यान करता हूं, गुरूदेव मेरी बुद्धि को प्रबुद्ध करें और मुझे आत्म-पूर्ति की ओर ले जाएं।
बृहस्पति वैदिक मंत्र (Brihaspati Vaidik Mantra)
ओम बृहस्पते अति यदर्यो अर्हाद् द्युमद्विभाति क्रतुमज्जनेषु यद्दीदयच्छवस ऋतप्रजात तदस्मासु द्रविणं धेहि चित्रम्।।