रूणीचा री धरती उपर जाऊ वारी वारी लिरिक्स |
रूणीचा री धरती उपर जाऊ वारी वारी लिरिक्स (Runicha Ri Dharti Mathe Lyrics)
रूणिचा री धरती ऊपर,
जाऊ वारि वारि ओ।
धोरा धरती बण्यो देवरो,
धजा फरुके भारी ओ।
ऊँचा ऊँचा धोरा माथे,
धजा फ़रुके भारी ओ।
अजमाल जी रा कंवर लाडला,
मेणा दे रा लाला ओ।
बाई सुगणा रा बीर रामदेव,
थारी कीरत भारी ओ।
रूणिचा री धरती ऊपर,
जाऊ वारि वारि ओ। टेर।
आंधा ने बाबो देवे अखियाँ,
पांगळिया ने पाँव जी।
सोवन भालो हाथ में सोहे,
लीले री असवारी जी।
रूणिचा री धरती ऊपर,
जाऊ वारि वारि ओ। टेर।
बोयता री जहाज तिराई,
समदरिया रे माहि ओ।
चौपड़ रमता भुजा पसारी,
लीला थारी भारी ओ।
रूणिचा री धरती ऊपर,
जाऊ वारि वारि ओ। टेर।
दूर देशा रा आवे जातरू,
आवे नर और नारी ओ।
सागर केवे चल रुणिचे,
भीड़ मची भगता री ओ।
रूणिचा री धरती ऊपर,
जाऊ वारि वारि ओ। टेर।