सती मात विराजे रे लिरिक्स | Sati Maat Viraje Re Lyrics |
सती मात विराजे रे महारी दादी विराजे रे लिरिक्स | Sati Maat Viraje Re Lyrics
झालर संख नगाडा भाजे रे
झुंझनू के मंदिर में सती मात विराजे रे,
सती मात विराजे रे महारी दादी विराजे रे ॥
भारत राजस्थान में जी झुंझार एक धाम,
सूरज शामी बना देवरो दादी जो अस्थान,
थे लाल ध्वजा लहरावे से,
झुंझनू के मंदिर में सती मात विराजे रे ॥
दादी अमावश भरे है मेलो भीड़ लगे आती भरी,
नर नारी थारा दर्शन करने आवे भारी भारी,
थारे जात झडूला लागे रे,
झुंझनू के मंदिर में सती मात विराजे रे ॥
झुँझन वाली रानी सती को धरो हमेशा ध्यान,
भेटा टाबरियां तासु मानगा भक्ति को वरदान,
दादी अटको काम बनावे रे,
झुंझनू के मंदिर में सती मात विराजे रे ॥
Video: सती मात विराजे रे | Sati Maat Viraje Re by Saurabh Madhukar