शारदीय नवरात्रि 2024 की तारीखें Shardiya Navratri 2024 Dates

M Prajapat
0
शारदीय नवरात्रि 2024 की तारीखें Shardiya Navratri 2024 Dates
शारदीय नवरात्रि 2024 की तारीखें

शारदीय नवरात्रि 2024 की तारीखें (Shardiya Navratri 2024 Dates)

3 अक्टूबर 2024 से शारदीय नवरात्रि शुरू होगी, जोकि 11 अक्टूबर 2024 को समाप्त होगी। 12 अक्टूबर को दशहरा यानी विजया दशमी मनाई जाएगी।

शारदीय नवरात्रि - हिंदू धर्म में नवरात्रि को बहुत ही ज्यादा पवित्र माना गया है। नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के सभी नौ स्वरूपों की पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना होती है। माता रानी की कृपा से जीवन के सभी दुख और संकट दूर होते है, और विशेष फलों की प्राप्ति होगी है। नवरात्रि के अंतिम दिन, दशहरा मनाया जाता है, जो भगवान राम के रावण को हराकर अपनी पत्नी, सीता को बचाने की कथा की याद दिलाता है। यह नवरात्रि एकता, शक्ति, नवीकरण और आध्यात्मिकता का प्रतीक है।

शारदीय नवरात्रि 2024 घटस्थापना मुहूर्त (Shardiya Navratri 2024 Ghatsthapana Muhurat)

पंचांग के अनुसार अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 3 अक्टूबर 2024 को प्रात: 12 बजकर 18 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 4 अक्टूबर 2024 को प्रात: 02 बजकर 58 मिनट पर समाप्त होगी। नवरात्रि का त्योहार शारदीय नवरात्रि का त्योहार अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक मनायी जाता है।

ये भी पढ़ें:-

शारदीय नवरात्रि 2024 की तारीखें - Shardiya Navratri 2024 Dates

पहला नवरात्रा

दूसरा नवरात्रा
4 अक्टूबर 2024 - द्वितीया - माता ब्रह्मचारिणी पूजा

तीसरा नवरात्रा
5 अक्टूबर 2024 - तृतीया - माता चंद्रघंटा पूजा,

चौथा नवरात्रा
6 अक्टूबर 2024 - चतुर्थी - माता कुष्मांडा पूजा

पांचवा नवरात्रा
7 अक्टूबर 2024 - पंचमी - स्कंद माता पूजा

छठा नवरात्रा
8 अक्टूबर 2024 - षष्ठी - माता कात्यायनी पूजा

सातवां नवरात्रा
9 अक्टूबर 2024 - सप्तमी - माता कालरात्रि पूजा

आठवाँ नवरात्रा
10 अक्टूबर 2024 - अष्टमी - महा गौरी पूजा

नवा नवरात्रा
11 अक्टूबर 2024 - नवमी - राम नवमी, माता सिद्धिदात्री पूजा,

12 अक्टूबर 2024 - विजया दशमी (दशहरा) - नवरात्रि व्रत समाप्त

श्री दुर्गा स्तुति | माँ दुर्गा स्तुति मंत्र श्री दुर्गा चालीसा या देवी सर्वभूतेषु मंत्र | सिद्ध कुञ्जिका स्तोत्रम् | श्री दुर्गा सप्तशती  | श्री दुर्गा स्तोत्रम् अर्जुन कृत  | श्री दुर्गा देवी अष्टोत्तर शतनामावली  | माँ दुर्गा देव्यापराध क्षमा प्रार्थना स्तोत्रं | आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी | आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली | महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् |

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!