ऐ मालिक तेरे बन्दे हम Ae Malik Tere Bande Hum |
।। प्रार्थना ।।
ऐ मालिक तेरे बन्दे हम..
ऐसे हों हमारे करम..
नेकी पर चले और बदी से टले..
ताकी हँसते हुए निकले दम..
ऐ मालिक तेरे बंदे हम..
ये अंधेरा घना छा रहा,
तेरा इन्सान घबरा रहा
हो रहा बेख़बर, कुछ ना आता नज़र,
सुख का सूरज छुपा जा रहा
है तेरी रोशनी में वो दम,
तो अमावस को कर दे पूनम
नेकी पर चले और बदी से टले..
ताकी हँसते हुए निकले दम..
ऐ मालिक तेरे बंदे हम..
बड़ा कमजोर है आदमी,
अभी लाखों हैं इस में कमी
पर तू जो खड़ा, है दयालू बड़ा,
तेरी क्रिपा से धरती थमी
दिया तूने हमें जब जनम,
तू ही झेलेगा हम सब के ग़म
नेकी पर चले और बदी से टले..
ताकी हँसते हुए निकले दम..
ऐ मालिक तेरे बंदे हम..
जब जुल्मों का हो सामना,
तब तू ही हमें थामना
वो बुराई करें, हम भलाई भरें,
नहीं बदले की हो कामना
बढ़ उठे प्यार का हर कदम,
और मिटे बैर का ये भरम
नेकी पर चले और बदी से टले..
ताकी हँसते हुए निकले दम..
ऐ मालिक तेरे बंदे हम..
ऐ मालिक तेरे बंदे हम,
ऐसे हो हमारे करम
नेकी पर चले और बदी से टले,
ताकी हँसते हुये निकले दम
Prayer Details:-
Bhajan :- Ae Malik Tere Bande Hum
Movie :- Do Ankhen Barah Haath (1957)
Singer :- Lata Mangeshkar
Music :- Vasant Desai
Lyrics :- Bharat Vyas