प्रभु की महिमा अपरम्पार लिरिक्स |
प्रभु की महिमा अपरम्पार लिरिक्स Hari Ki Mahima Aprampaar Lyrics -
।। राधा गोविंद भजन ।।
हरी हरी बोलो हरी हरी
हरी हरी बोलो हरी हरी
हरी की महिमा अपरम्पार
हरी की महिमा अपरम्पार
प्रभु की महिमा अपरम्पार
हरी की महिमा अपरम्पार
ना जाने कब किसके खुश हो हो......
ना जाने कब किसके खुश हो
लूटा के अपना प्यार
प्रभु की महिमा अपरम्पार
हरी की महिमा अपरम्पार
ये है एक सच्ची कहानी
नही है झूठी कहानी
प्राण होता मूरत में
सुनो ये मेरी जुबानी
राजस्थान श्री गंगानगर में हो..
राजस्थान श्री गंगानगर में हुआ ये चमत्कार
प्रभु की महिमा अपरम्पार
हरी की महिमा अपरम्पार
रवीजी मां गुप्ता ने भव्य निर्माण कराया
श्री राधा गोविंद जी का एक मंदिर बनवाया
साल दो हजार सोलह (2016) में हो...
साल दो हजार सोलह (2016) में बनके हुआ तैयार
प्रभु की महिमा अपरम्पार
हरी की महिमा अपरम्पार
बना जब से यह मंदिर
होती नीत पूजा अर्चन
भोग लगे आठों पहर को
लड्डू पान और दातुन
श्री राधा गोविंद जी का यहां हो...
श्री राधा गोविंद जी का यहां, होता बड़ा श्रृंगार
प्रभु की महिमा अपरम्पार
हरी की महिमा अपरम्पार
है मंदिर जिस परिसर में
वो एक बड़ी श्री गौशाला
हजारों है गौ माता
बास लगता है निराला
गईयो से गोविंद जी को यहां हो...
गईयो से गोविंद जी को यहां, रहता बड़ा ही प्यार
प्रभु की महिमा अपरम्पार
हरी की महिमा अपरम्पार
सुनो अब तुम्हे सुनाऊं
हुआ क्या चमत्कार था
दोपहर समय था बारह
ओर दिन मंगलवार था
खुली आंखों से किया था सबने हो...
खुली आंखों से किया था सबने, गोविंद का दीदार
प्रभु की महिमा अपरम्पार
हरी की महिमा अपरम्पार
अबोहर से आये थे
कारगीर इन्हे सजाने
अचानक देख कर करिश्मा
लगे सारे घबराने
हिलती देख मूरत को लगा इन्हे हो...
हिलती देख मूरत को लगा इन्हे, भूकम्प का आसार
प्रभु की महिमा अपरम्पार
हरी की महिमा अपरम्पार
सबने सवरूप संभाला
जो थे मौजूद वहा पर
धड़कते दिल की धड़कन
थी मूर्ति के अन्दर
हुए अचम्बित देख के सारे हो...
हुए अचम्बित देख के सारे, गोविंद का जब हाल
प्रभु की महिमा अपरम्पार
हरी की महिमा अपरम्पार
धन्य श्री गंगानगर की
धरती हुई पावन कुंदन
धन्य हुए भक्त वो सारे
करके परभु का यह दर्शन
चमत्कार को नमस्कार यहां हो...
चमत्कार को नमस्कार यहां, करता यहां संसार
प्रभु की महिमा अपरम्पार
हरी की महिमा अपरम्पार
हरी की महिमा अपरम्पार
प्रभु की महिमा अपरम्पार
हरी की महिमा अपरम्पार
प्रभु की महिमा अपरम्पार
स्वर: सोना जाधव