सांवरिया कर दो बेड़ा पार |
॥ खाटू श्याम बाबा भजन ॥
सांवरिया कर दो बेड़ा पार लिरिक्स -
सांवरिया कर दो बेड़ा पार
सांवरिया-कर दो बेड़ा पार
मैं तो बावरी दर-दर भटकु
मैं तो बावरी दर-दर भटकु
करें क्यों ना उपकार
सावरिया कर दो बेड़ा पार
सांवरिया कर दो बेड़ा पार ॥
आधी उमरिया बीती मेरी
चेहरे पर पड़ गई मेरे झुर्री
ना यो नकली लैप सुहावे
तेरे भवन की छाया है भावे
तेरे दरस की मन में आवे
तेरे-दरस की मन में आवे
ना करना इंकार
सांवरिया कर दो बेड़ा पार
सांवरिया कर दो बेड़ा पार ॥
मैं तो तेरे चरणों में बैठी
आई हूं मैं चढ़कर यह सीढ़ी
लाई हूं मैं चौखा यह लिट्टी
संग में लाई खीर यह मीठी
कदे ना चढ जा इस पे चींटी
कदे ना चढ जा इस पे चींटी
खाओ ना गटकार।
सांवरिया कर दो बेड़ा पार
सावरिया कर दो बेड़ा पार ॥
मैं तो हूं तेरी ही दासी
ना हूं मैं कोई भोग बिलासी
तेरी भक्ति में भजन मैं गाऊं
तेरे द्वार पे रोज ही आऊं
तेरे रूप ने रोज निहारू
तेरे-रूप ने रोज निहारू
ना घालो रे कजरार
सावरिया कर दो बेड़ा पार
सांवरिया कर दो बेड़ा पार॥
भूल हुई तो मुझको बताओ
अच्छा मार्ग मुझको सुझाओ
कभी आप सपने मे आओ
आकर अपना रूप दिखाओ
सुनील शर्मा विक्रम शर्मा
सुनील शर्मा विक्रम शर्मा
ने थारी है दरकार
सावरिया कर दो बेड़ा पार
सावरिया कर दो बेड़ा पार॥