अपना फर्ज निभा दो |
अपना फर्ज निभा दो लिरिक्स Apna Farz Nibha Do Lyrics - Ekadashi Special Bhajan
।। खाटू श्यामजी भजन ।।
Song by Kanhiya Mittal
अपना फर्ज निभा दो लिरिक्स -
मेरे खाटू वाले, आंखे तरस रही है,
तेरे दर्श को बाबा, हर पल बरस रही है,
मेरे दिल का ना पूछो, क्या हाल बाबा जी,
मन्ने २ खाटू धाम, खाटू धाम आण जोगा कर दो,
हर बार बाबा जी ।।
छोटा घर हैं मेरा बाबा, उसमे भी परेशानी,
और किसी को क्या कहना,
जो तुमने ही ना मानी,
मेरी अर्जी सुनलो, दुखड़े दूर भगा दो,
देखो हार रहा हूँ, अपना फर्ज निभा दो,
कुछ करके दिखा दो, कमाल बाबा जी,
मन्ने खाटू धाम, खाटू धाम आण जोगा कर दो,
हर बार बाबा जी।।
तीन बाणधारी के बाबा, लीला तेरी न्यारी,
हार कभी ना सकता जिसके, संग तेरी यारी,
मुझको भी अपना लो, मैं फिरता मारा मारा,
इस झूठी दुनिया में, बन जाओ मेरा सहारा,
सीधी कर दो हाँ जीवन की,
चाल बाबा जी, मन्ने खाटू धाम,
खाटू धाम आण जोगा कर दो,
हर बार बाबा जी ।।
खाटू धाम आण जोगा कर दो,
हर साल बाबा जी
'मित्तल' के तो दिल में बाबा,
बस गया तेरा चेहरा,
हर पल तेरी बाते करता,
रंग चढ़ा है गहरा,
मेरे मात पिता की,
लम्बी उमरे कर दो,
मेरी भाई बहन के, सर पे हाथ भी धर दो,
फिर रसिया को रखलो,
जिस हाल बाबा जी,
मन्ने खाटू धाम,
खाटू धाम आण जोगा कर दो,
हर बार बाबा जी ।।
मेरे खाटू वाले, आंखे तरस रही है,
तेरे दर्श को बाबा, हर पल बरस रही है,
मेरे दिल का ना पूछो,
क्या हाल बाबा जी,
मन्ने खाटू धाम,
खाटू धाम आण जोगा कर दो,
हर बार बाबा जी ।।