ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र |
ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र (Rinharta Ganesh Stotra)
ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र, भगवान गणेश जी को समर्पित है। श्री गणेश जी की पूजा अर्चना करने से कार्य में आ रही बाधाएं दूर होती है और सभी कार्य सफल होते है। इसके साथ ही जीवन में सुख और समृद्धि भी प्राप्त होती है। गणेश जी का यह स्त्रोत बहुत ही कल्याणकारी और फलदायी है। ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र का पाठ करने से गणेश जी प्रसन्न होते है और वह भक्त की सभी मनोकामना को पूर्ण करते है साथ ही सभी ऋणों से मुक्ति मिलती है और व्यापार में वृद्धि होती है।
।। ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र ।।
। ध्यान ।
ॐ सिन्दूर-वर्णं द्वि-भुजं गणेशं लम्बोदरं पद्म-दले निविष्टम्। ब्रह्मादि-देवैः परि-सेव्यमानं सिद्धैर्युतं तं प्रणामि देवम् ॥
। मूल-पाठ ।
सृष्ट्यादौ ब्रह्मणा सम्यक् पूजित: फल-सिद्धए ।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥ १
त्रिपुरस्य वधात् पूर्वं शम्भुना सम्यगर्चित: ।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥ २
हिरण्य-कश्यप्वादीनां वधार्थे विष्णुनार्चित: ।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥ ३
महिषस्य वधे देव्या गण-नाथ: प्रपुजित: ।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥ ४
तारकस्य वधात् पूर्वं कुमारेण प्रपूजित: ।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥ ५
भास्करेण गणेशो हि पूजितश्छवि-सिद्धए ।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥ ६
शशिना कान्ति-वृद्धयर्थं पूजितो गण-नायक: ।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥ ७
पालनाय च तपसां विश्वामित्रेण पूजित: ।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥ ८
इदं त्वृण-हर-स्तोत्रं तीव्र-दारिद्र्य-नाशनं,
एक-वारं पठेन्नित्यं वर्षमेकं सामहित: ।
दारिद्र्यं दारुणं त्यक्त्वा कुबेर-समतां व्रजेत् ॥
ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र पढ़ने के फायदे
ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र एक बहुत ही शक्तिशाली गणेश मंत्र है जिसका पाठ करना बहुत कल्याणकारी है, इसका पाठ करने से सभी तरह के कर्जों से मुक्ति मिलती है और व्यापार में सफलता मिलती है। इसके नियमित पाठ से पाठक के जीवन धन दौलत से संबंधित आ रही समस्या दूर हो जाती है, और प्रगति के नए अवसर प्राप्त होते है। ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र पढ़ने से निम्नलीखित फायदे होते है -
- कर्ज से मुक्ति मिलती है।
- व्यापार में वृद्धि होती है।
- सभी विध्न दूर हो जाते है।
- धन, बुद्धि, सौभाग्य, समृद्धि प्राप्त होती है।
- ऋण और गरीबी दूर होती है।
- दरिद्रता का नाश होता है।
- धन और वैभव प्राप्त होता है।
ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र का महत्व
ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र के पाठ करने से श्री गणेश जी कृपा साधक पर हमेशा बनी रहती है। इसका पाठ करने से गणेश जी प्रसन्न होते है और साधक को आशीर्वाद देते है। गणपति जी के आशीर्वाद से कार्यों में आ रही सभी तरह के बाधाए स्वत: ही दूर हो जाती है। ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र का पाठ मुख्यत: धन प्राप्ति के लिए, कर्ज मुक्ति के लिए और व्यापार में वृद्धि के लिए किया जाता है।
श्री गणेश जी के अन्य स्त्रोत और मंत्र
- श्री गणेश वंदना
- श्री गणेश स्तुति
- श्री गणेश चालीसा
- आरती: जय गणेश जय गणेश देवा
- आरती: शेंदुर लाल चढ़ायो
- आरती: सुखकर्ता दुखहर्ता
- आरती: गजबदन विनायक की
- आरती: गणपति की सेवा मंगल मेवा
- श्री गणेश जी के मंत्र
- संकट नाशन गणेश स्तोत्रम्
- गजानन स्तोत्रम्
- देवर्षि कृत श्री गजानन स्तोत्रम्
- श्री गणेश प्रातः स्मरण स्तोत्र
- श्री गणेश भुजंगम
- श्री गणपति स्तवन
- देवकृत् गणेश स्तवन स्तोत्र
- श्री गणेश पंच रत्न स्तोत्र: मुदाकरात्तमोदकं