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श्यामा आन बसों वृन्दावन में |
श्यामा आन बसों वृन्दावन में भजन लिरिक्स Shyama Aan Baso Vrindavan Me Lyrics
।। श्याम भजन ।।
श्यामा आन बसों वृन्दावन में,
मेरी उम्र बीत गयी गोकुल में ।
श्यामा रसते में बाग लगा जाना,
फुल बीनुगी तेरी माला के लिए ।
तेरी बाट निहारूं कुंजन में,
मेरी उम्र बीत गयी गोकुल में ॥
श्यामा आन बसों वृन्दावन में,
मेरी उम्र बीत गयी गोकुल में ।
श्यामा रसते में कुआँ खुदवा जाना,
मैं तो नीर भरुंगी तेरे लिए ।
मैं तुझे नहालाउंगी मल-मल के,
मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ॥
श्यामा आन बसों वृन्दावन में,
मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ।
श्यामा मुरली मधुर सुना जाना,
मोहे आके दरश दिखा जाना ।
तेरी सूरत बसी है अंखियन में,
मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ॥
श्यामा आन बसों वृन्दावन में,
मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ।
श्यामा वृन्दावन में आ जाना,
आकर के रास रचा जाना ।
सूनी गोकुल की गलियन में,
मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ॥
श्यामा आन बसों वृन्दावन में,
मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ।
श्यामा माखन चुराने आ जाना,
आकर के दही बिखरा जाना ।
बस आप रहो मेरे मन में,
मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ॥
श्यामा आन बसों वृन्दावन में,
मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ।
श्यामा आन बसों वृन्दावन में भजन लिखित में
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श्यामा आन बसों वृन्दावन में भजन लिखित में |
श्यामा आन बसों वृन्दावन में नये लिरिक्स
Song by Swasti Mehul
श्यामा आन बसों वृन्दावन में,
मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ।
मैं तो बनके दुल्हन आज सजी
बस तुम्ही हो मेरे तन मन में
(बस तुम्ही हो मेरे प्राण पति)
मैं दर दर तुझको खोज रही
हां पल पल तुझको सोच रही
तेरी प्रीत में जीवन अर्पण है
मेरी भक्ति का तू दर्पण है
श्यामा आन बसों.....।।
जब मधुर मुरलिया बाजेगी
अधरो पर खुशियां साजेगी
तेरी छवि जो निहारू अंतस में
तेरा वास देखे मुझे कण कण मे
प्रभू आन बसों वृन्दावन में,
मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ।
श्यामा आन बसों वृन्दावन में ।।
श्यामा रास रचाने आओ ना
प्रभू नटखट लीला दिखाओ ना
' स्वास्ति ' नाम जपे श्यामा श्यामा
मिले सबको पनाह तेरे चरणन में
श्यामा आन बसों वृन्दावन में,
मेरी उमर बीत गयी गोकुल में ।
मैं तो बनके दुल्हन आज सजी
बस तुम्ही हो मेरे तन मन में
✍️ लेखक: Swasti Mehul
वीडियो: श्यामा आन बसों वृन्दावन में


