चंद्रदेव आरती: ॐ जय श्री चंद्र देवा (Chandra Dev Aarti - Om Jai Shri Chandra Deva)
ॐ जय श्री चंद्र देवा, स्वामी जय श्री चंद्र देवा।
सुर नर मुनि जन पुजित, संत करे सेवा।
ॐ जय श्री चंद्र देवा, स्वामी जय श्री चंद्र देवा।।
कलयुग पाप निवारण, हरी ओम् अवतारा।
शंकर रुप सदा शिव, हरे अपरम् पारा।।
ॐ जय श्री चंद्र देवा, स्वामी जय श्री चंद्र देवा।।
तुम योगी जग पालक, बाल ब्रह्मचारी।
भेष उदासीर भुषण, महिमा अति भारी।।
ॐ जय श्री चंद्र देवा, स्वामी जय श्री चंद्र देवा।।
रोग शोक संगारक, पाप ताप हारी।
रिद्धि सिद्धि के दाता, भक्तन हितकारी।।
ॐ जय श्री चंद्र देवा, स्वामी जय श्री चंद्र देवा।।
भक्त गिरी संन्यासी, चरण शरण आया।
काट दिये भव बन्धन, निज शिष बंधाया।।
ॐ जय श्री चंद्र देवा, स्वामी जय श्री चंद्र देवा।।
अद्भुत शक्ति दिखाकर, स्वामी मुनि धर्म बचाया।
सनातन धर्म बचाया।
हेष उदासीन फिर से, जग में चमकाया।।
ॐ जय श्री चंद्र देवा, स्वामी जय श्री चंद्र देवा।।
जो नर आरती निशदिन, बाबे की गावे।
बसै वे वैकुंठ नर नारी, सुख यश फल पावे।।
ॐ जय श्री चंद्र देवा, स्वामी जय श्री चंद्र देवा।।