छम छम नाच रही माँ काली भजन |
छम छम नाच रही माँ काली भजन लिरिक्स -
जय जय काली मां
जय जय काली मां
रक्त बीज का वध करने को लेकर खप्पर खाली,
रक्त बीज का वध करने को लेकर खप्पर खाली,
छम छम नाच रही माँ काली,
छम छम नाच रही माँ काली।।
काली काली लट भिखरा के पी के मधु की प्याली,
छम छम नाच रही माँ काली।।
जीब लटक रही मुख से बहार नैन से बरसे ज्वाला
छके छुटे दुश्मन दल के देख रूप विकराला
चंड मुंड का मुंड काट के गले में माला डाली
छम छम नाच रही माँ काली।।
चाल चाले जब काली मैया घुंघरू छन छन बोले
सुन किलकारी काली माँ की धरती अम्बर धोले
पलक जपक के रन भूमि में वही खून की नाली
छम छम नाच रही माँ काली।।
जब गुस्से में आकर माँ ने दुसमन का सिर काटा
एक बूंद न गिरी लहू की सब ख्प्पर में दांता,
लिखे अनाडी परवीन दाता माँ की महिमा निराली
छम छम नाच रही माँ काली।।
छम छम नाच रही माँ काली - Kali Mata Bhajan - Praveen Varshney - Mata Ke Bhajan - Ambey bhakti
► Album - Chham Chham Naach Rahi Maa Kali► Song - Chham Chham Naach Rahi Maa Kali
► Singer - Praveen Kumar Varshney
► Music - Kailash kumar Shrivastav
► Lyrics - Raj Anadi
➤ Label - Vianet Media
➤ Sub Label - Ambey