कांटो लाग्यो रे सत्संग रो भजन लिरिक्स |
कांटो लाग्यो रे सत्संग रो भजन लिरिक्स (Kanto Lagyo Re Satsang Ro Lyrics) -
ओ कांटो लाग्यो जी सत्संग रो।
म्हारे खटक रयो दिन रात।।
।। श्लोक ।।गुरू मुकती रा बोळियाहूण संग करिज्यो प्यारऊंची वारे हाथ हेवेभोले मोक्ष सदाबहारगुरू मुकती रा बांळियाकरता घणी को पारबिन ढाडी बिनता करीहे तोल दियो संसारतोल दियो रे संसार
ओ कांटो लाग्यो जी सत्संग रो।
म्हारे खटक रयो दिन रात।।
खटक रयो दिन रात
ओ बेरी रड़क रयो दिन रात ।।
ओ कांटो लाग्यो जी सत्संग रो...।।
सत्संग सबरी शब्द नीज कांटो बिख रयो सती संग माय
दो दिन धूनी रह्यो दिन आंगली
निजर गयो दिन रात
कांटो लाग्यो जी सत्संग रो...।।
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कांटो लागो रे सत्संग में खटक रयो दिन रात Kanto Lago Re Satsang Me
Song : Kanto Lago Re Satsang Me
Singer : Shyam Lal
Lyrics : Traditional
Music : Pramod Audio Lab, Jodhpur
Music Lable : RRC Rajasthani Music