खम्मा खम्मा भजन लिरिक्स - अर्जुन राठौड़ |
खम्मा खम्मा भजन लिरिक्स - अर्जुन राठौड़ (Khamma Khamma Bhajan Lyrics - Arjun Rathore)
दूर दूर सु चाल केआया थारे द्वारअर्ज करा था सु राम साराखो सबको ध्यान।।
खम्मा खम्मा हो रामा,
म्हारा रूणीचे रा धणियाँ ।
थाने तो ध्यावे आखो मारवाड़ हो,
आखो गुजरात हो ।
अजमाल जी रा कँवरा ॥
भादूड़े री दूज ने,
चमक्यो जी सीतारो ।
पालणिया में झूलणे,
आयो पालण हारो ।
द्वारका रा नाथ झूले पालणिये ।
रामा ! द्वारका रा नाथ झूले पालणिये,
अजमाल जी रा कँवरा ॥
खम्मा खम्मा हो…….।।
घर घर होवे पुजा थारी
जावा मैं बलिहारी।
दुर दुर सु आवे जात्री
महिमा थांकी भारी ।
भक्ता के मन हो भावणिया
रामा ! भक्ता के मन हो भावणिया।
अजमाल जी रा कँवरा ॥
खम्मा खम्मा हो…….।।
धोरा री धरती में रामा
लियो अवतार जी
थे ही म्हारा मायड़ बाबा
थे ही हो बरतार जी।।
दुखिया ने थे पर्चो दिखावणया
रामा ! दुखिया ने थे पर्चो दिखावणया
अजमाल जी रा कँवरा ॥
खम्मा खम्मा हो…….।।
मरुधर का थे लोक देवता
बारंबार प्रणाम जी
थहे राम सा पीर थे ही
म्हारा पालनहार जी
अर्जुन के सिर पे हाथ फिरावणया
रामा ! अर्जुन के सिर पे हाथ फिरावणया
अजमाल जी रा कँवरा ॥
खम्मा खम्मा हो…….।।