जगी है ज्योत काली की नज़ारा हम भी देखेंगे लिरिक्स |
जगी है ज्योत काली की नज़ारा हम भी देखेंगे लिरिक्स (Jagi Hai Jyot Kali Ki Lyrics)
जगी है ज्योत काली की नज़ारा हम भी देखेंगे
नज़ारा हम भी देखेंगे, नज़ारा हम भी देखेंगे
नज़ारा हम भी देखेंगे
जगी है ज्योत काली की नज़ारा हम भी देखेंगे
नज़ारा हम भी देखेंगे, नज़ारा हम भी देखेंगे
नज़ारा हम भी देखेंगे... जय हो...
काली के माथे का टीका, काली के झुमकों से उलझा
काली के झुमकों से उलझा।
या उलझन कैसे सुलझेगी, नज़ारा हम भी देखेंगे
जगी है ज्योत काली की नज़ारा हम भी देखेंगे।।
काली के गले की ये माला, काली के पैन्डल से उलझी
काली के पैन्डल से उलझी।
या उलझन कैसे सुलझेगी, नज़ारा हम भी देखेंगे
जगी है ज्योत काली की नज़ारा हम भी देखेंगे।।
काली के हाथों के कंगन, काली की मेंहदी से uljhi
काली की मेंहदी से उलझी।
या उलझन कैसे सुलझेगी, नज़ारा हम भी देखेंगे
जगी है ज्योत काली की नज़ारा हम भी देखेंगे।।
काली के पैरों की पायल, काली के बिछुवे से uljhi
काली के बिछुवे से उलझी।
या उलझन कैसे सुलझेगी, नज़ारा हम भी देखेंगे
जगी है ज्योत काली की नज़ारा हम भी देखेंगे।।
जगी है ज्योत काली की नज़ारा हम भी देखेंगे
नज़ारा हम भी देखेंगे, नज़ारा हम भी देखेंगे
नज़ारा हम भी देखेंगे... जय हो...
जगी है ज्योत काली की नज़ारा हम भी देखेंगे - Kali Mata Bhajan | Kali Mata Song (JAGI HAI JYOT KALI KI)
Song - Jagi Hai Jot Kali KiArtist - Pooja
Singer - Rekha Garg
Lyrics & Composer - Traditional
Music - Rinku Gujral
Editing - KV Sain
Label - Fine Digital Video