श्री जगन्नाथ भुजंगप्रयात् अष्टकम् ( Shree Jagannath Bhujangprayat Stotram)

M Prajapat
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श्री जगन्नाथ भुजंगप्रयात् अष्टकम् ( Shree Jagannath Bhujangprayat Stotram)
श्री जगन्नाथ भुजंगप्रयात् अष्टकम्

श्री जगन्नाथ भुजंगप्रयात् अष्टकम् ( Shree Jagannath Bhujangprayat Stotram)

।। श्री जगन्नाथ भुजंगप्रयात् अष्टकम् ।।

भवारण्य-मध्येऽथ दिग्भ्रान्त-दृष्टे,
संसार रूपी वन में मेरी दृष्टि दिग्भ्रष्ट है।

महामोह-मुग्धस्य संदिग्ध-बुद्धः ।
अति आसक्ति से वशीभूत होने के कारण मेरी बुद्धि भी संदेह युक्त है।

वृथा चेष्टमानस्य तृष्णातुरस्य,
मेरे सारे काम बेकार हैं ओर भोग-स्पृहा से मैं कवलित हूँ।

पतिस्त्वं ममैको जगन्नाथ-देवः ।।१।।
इन से रक्षा पाने के लिये भगवान् श्री जगन्नाथजी ही मेरे प्रभु हैं।

सदा रोगजीर्णस्य शंकान्वितस्य,
मेरा शरीर हमेशा बीमार और भयातुर है।

तपोयोग-वैराग्य-हीनस्य नित्यम् ।
तपस्या, योग, प्राणायाम और विरक्ति से रहित मैं ही हूँ।

निबद्धस्य नाना-विधैमोह-जालैः,
तरह-तरह के आसक्ति रूपी जाल से मैं बंधा हुआ हूँ।

पतिस्त्वं ममैको जगन्नाथ-देवः ।।३।।
इससे रक्षा पाने के लिये भगवान् श्री जगन्नाथजी मेरे प्रभु हैं ।।३।।

स्वकर्मार्जितेनाऽपि दुःखेन नित्यं,
भृशं क्लिश्यमानस्य रोगैश्य शोकैः ।

अपने कर्मों के द्वारा मैंने जो उपार्जन किया है, उसी दुख से मैं रोज बीमारियों और दुखों से पीड़ित हूँ।

महा-त्रास-पाशेन बद्धस्य नूनं,
उसके साथ मैं महाभयरूपी रस्सी से ही बंधा हुआ हूँ।

पतिस्त्वं ममैको जगन्नाथ देवः
इससे रक्षा पाने के लिये भगवान श्री जगन्नाथजी मेरे प्रभु हैं ।।२।।

धनैर्वान्धवैश्चापि मानैर्जनैर्वा,
मेरे धन, मित्र, सम्मान, नौकर आदि नहीं हैं।

विहीनस्य दीनस्य चिन्तातुरस्य ।
इसीलिए मैं गरीब और चिन्ता से भरा हुआ हूँ।

परित्राण-बुद्धया गतस्याथ बन्धुः,
अतः आप उद्धार करने की मनोवृत्ति से मेरे मित्र हैं।

पतिस्त्वं ममैको जगन्नाथ-देवः ।।४।।
इसलिये भगवान् श्री जगन्नाथजी मेरे प्रभु और रक्षक हैं ।।४।।

जनन्या च पित्रा भगिन्या तथाहो, विहीनस्य दीनस्य मोहंगतस्य ।
मेरे माँ-बाप, बहन आदि कोई नहीं हैं। मैं दीन-हीन और आसक्ति से घिरा हुआ हूँ।

त्वदीयांघ्रि-पद्ये सदा लुठितस्य,
तुम्हारे चरण-कमल में मैं हमेशा लोटता हूँ।

पतिस्त्वं ममैको जगन्नाथ-देवः ।।५।।
इसीलिए मेरे एक ही प्रभु और रक्षक श्री जगन्नाथजी हैं ।।५।।


श्री जगन्नाथ भुजंगप्रयात् अष्टकम् (Jagannath Stotram) Madhvi Madhukar

Song : Jagannath Bhujang Praayat Stotram
Lyrics: SriRishikeshAshram
Composition : Madhvi Madhukar 
Singer : Madhvi Madhukar
Music Label : SubhNir Productions
Music Director : Nikhil Bisht, Raajkumar

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