श्री वीरभद्र चालीसा (Shri Veerbhadra Chalisa)

M Prajapat
0
श्री वीरभद्र चालीसा (Shri Veerbhadra Chalisa)
श्री वीरभद्र चालीसा

श्री वीरभद्र चालीसा (Shri Veerbhadra Chalisa)

। श्री गणेशाय नमः ।

श्री वीरभद्र चालीसा

॥ दोहा ॥

वन्‍दो वीरभद्र शरणों शीश नवाओ भ्रात ।
ऊठकर ब्रह्ममुहुर्त शुभ कर लो प्रभात ॥
ज्ञानहीन तनु जान के भजहौंह शिव कुमार ।
ज्ञान ध्‍यान देही मोही देहु भक्‍ति सुकुमार ॥

॥ चौपाई ॥
जय-जय शिव नन्‍दन जय जगवन्‍दन ।
जय-जय शिव पार्वती नन्‍दन ॥१॥

जय पार्वती प्राण दुलारे।
जय-जय भक्‍तन के दु:ख टारे ॥२॥

कमल सदृश्‍य नयन विशाला ।
स्वर्ण मुकुट रूद्राक्षमाला ॥३॥

ताम्र तन सुन्‍दर मुख सोहे ।
सुर नर मुनि मन छवि लय मोहे ॥४॥

मस्‍तक तिलक वसन सुनवाले ।
आओ वीरभद्र कफली वाले ॥५॥

करि भक्‍तन सँग हास विलासा ।
पूरन करि सबकी अभिलासा ॥६॥

लखि शक्‍ति की महिमा भारी ।
ऐसे वीरभद्र हितकारी ॥७॥

ज्ञान ध्‍यान से दर्शन दीजै ।
बोलो शिव वीरभद्र की जै ॥८॥

नाथ अनाथों के वीरभद्रा ।
डूबत भँवर बचावत शुद्रा ॥९॥

वीरभद्र मम कुमति निवारो ।
क्षमहु करो अपराध हमारो ॥१०॥

वीरभद्र जब नाम कहावै ।
आठों सिद्घि दौडती आवै ॥११॥

जय वीरभद्र तप बल सागर ।
जय गणनाथ त्रिलोग उजागर ॥१२॥

शिवदूत महावीर समाना ।
हनुमत समबल बुद्घि धामा ॥१३॥

दक्षप्रजापति यज्ञ की ठानी ।
सदाशिव बिन सफल यज्ञ जानी ॥१४॥

सति निवेदन शिव आज्ञा दीन्‍ही ।
यज्ञ सभा सति प्रस्‍थान कीन्‍ही ॥१५॥

सबहु देवन भाग यज्ञ राखा ।
सदाशिव करि दियो अनदेखा ॥१६॥

शिव के भाग यज्ञ नहीं राख्‍यौ ।
तत्‍क्षण सती सशरीर त्‍यागो ॥१७॥

शिव का क्रोध चरम उपजायो ।
जटा केश धरा पर मार्‌यो ॥१८॥

तत्‍क्षण टँकार उठी दिशाएँ ।
वीरभद्र रूप रौद्र दिखाएँ ॥१९॥

कृष्‍ण वर्ण निज तन फैलाए ।
सदाशिव सँग त्रिलोक हर्षाए ॥२०॥

व्‍योम समान निज रूप धर लिन्‍हो ।
शत्रुपक्ष पर दऊ चरण धर लिन्‍हो ॥२१॥

रणक्षेत्र में ध्‍वँस मचायो ।
आज्ञा शिव की पाने आयो ॥२२॥

सिंह समान गर्जना भारी । 
त्रिमस्‍तक सहस्र भुजधारी ॥२३॥

महाकाली प्रकटहु आई ।
भ्राता वीरभद्र की नाई ॥२४॥ 

॥ दोहा ॥

आज्ञा ले सदाशिव की चलहुँ यज्ञ की ओर ।
वीरभद्र अरू कालिका टूट पडे चहुँ ओर॥

॥ इति श्री वीरभद्र चालीसा समाप्त ॥

श्री वीरभद्र चालीसा Shri Veerbhadra Chalisa


एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!