कौन सा मंत्र जपु मे - Swasti Mehul |
कौन सा मंत्र जपु मे भगवन लिरिक्स Kaun sa Mantra Japu me - Swasti Mehul
कौन सा मंत्र जपु में भगवन (Kaun sa Mantra Japu me): ये गीत 'स्वस्ति मेहुल' का सबसे लोकप्रिय गीत है। ये गीत स्वस्ति जी तब गाया था जब पूरा देश कोरोना नाम की बहुत खतरनाक महामारी गुजर रहा था। इन्होंने इस गीत के माध्यम से प्रभु से आग्रह कर रही है की यहां पर सब बिलख रहे है, तड़प रहे है इसलिए एक बार इस धरती पर आ जाओ और सब दुविधाओ का नाश कर दो। यहां पर इस गीत के बोल हिंदी और अंग्रेजी में दिए गए है।
Kaun sa Mantra Japu me Lyrics in Hindi -
फिल्मी तर्ज - उड़ जा काले कावा, तेरी मेरी एक जिंदड़ी (फिल्म: गदर)
कौन सा मंत्र जपु मे
कौन सा मंत्र जपु में भगवन
तुम धरती पर आओ
दुविधा भारी आन पड़ी है
आकार इसे मिटाओ
दर्श दिखाओ प्रभु
इक बार आओ प्रभु
दर्श दिखाओ प्रभु
इक बार आओ प्रभु
कही तो बेबस बिलख रहे हैं
कहीं तो भटक रहे हैं
कहीं तो सांसों की गिनती में
लाखो अटक रहे हैं
कही तो बेबस बिलख रहे है
कही तो भटक रहे हैं
कहीं तो सांसों की गिनती में
लाखो अटक रहे हैं
बंद है तेरे सब दरवाजे
ओह हो ओ ….
बंद है तेरे सब दरवाजे
कैसे तुझे मनाएं
कितनो को कांधे न मिल रहे हैं
क्या क्या तुझे बतायें
दर्श दिखाओ प्रभु
इक बार आओ प्रभु
दर्श दिखाओ प्रभु
इक बार आओ प्रभु
मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा
गिरजाघर होकर आए
तेरे बिन अब कौन सहारा
कुछ भी समझ न आए
मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा
गिरजाघर होकर आए
हर चौखट पर मठ टेक
कहि तो तू मिल जाए
कौन सा मंत्र जपु में भगवान
तुम धरती पर आओ
दुविधा भरी आन पड़ी है
आकार इसे मिटाओ
दर्श दिखाओ प्रभु
इक बार आओ प्रभु
दर्श दिखाओ प्रभु
इक बार आओ प्रभु
इक बेटा सरहद को संभले
दूजा जान बचाये
कार्तव्यों की राह पे देखो
बेटी कदम मिलाये
इक बेटा सरहद को संभले
दूजा जान बचाये
कार्तव्यों की राह पे देखो
बेटी कदम मिलाये
हर योद्धा में तू है समाया
सब हैं तेरे सिपाही
'स्वस्ति' तेरी ऊंगली थाम
दो लहरों से लड़ आई
तेरी जय हो प्रभु
तेरी जय हो प्रभु
तेरी जय हो प्रभु
तेरी जय हो प्रभु
Kaun sa Mantra Japu me Lyrics in English -
Song by Swasti Mehul
Kaun sa Mantra Japu me
Kaun sa Mantra Japu me Bhagwan
Tum dharti par aao
Duvidha bhari aan padhi hai
Aakar ise mitao
Darsh dikho Prabhu
Ik baar aao prabhu
Darsh dikho Prabhu
Ik baar aao prabhu
Kahin to bebas bilakh rahe hai
Kahin to bhatak rahe
Kahin to sanson ki ginti me
Laakhon atak rahe
Kahin to bebas bilakh rahe hai
Kahin to bhatak rahe
Kahin to sanson ki ginti me
Laakhon atak rahe
Band hai tere sab darwaze
oho ho o....
Band hai tere sab darwaze
Kaise tujhe manayein
Kitno ko Kaandhe na mil rahe
Kya kya tujhe batayein
Darsh dikhao prabhu
Ik bar aao prabhu
Darsh dikhao prabhu
Ik bar aao prabhu
Mandir Masjid Gurudwara
Girjaghar hokar aaye
Tere bin ab kaun sahara
kuch bhi samajh na aaye
Mandir Masjid Gurudwara
Girjaghar hokar aaye
Har chaukhat par matha teka
Kahi to tu mil jaye
Kaun sa Mantra Japu me Bhagwan
Tum dharti par aao
Duvidha bhari aan padhi hai
Aakar ise mitao
Darsh dikho Prabhu
Ik baar aao prabhu
Darsh dikho Prabhu
Ik baar aao prabhu
Ik beta sarhad ko sambhale
Duja jaan bachaye
Kartavyon ki raah pe dekho
Beti kadam milaye
Ik beta sarhad ko sambhale
Duja jaan bachaye
Kartavyon ki raah pe dekho
Beti kadam milaye
Har yoddha me tu hai samaya
Sab hain tere sipahi
SWASTI teri ungli thaam
Do laharon se lad aai
Teri jai ho Prabhu
Teri jai ho Prabhu
Teri jai ho Prabhu
Teri jai ho Prabhu