माता छिन्नमस्ता आरती - ॐ छिन्नमस्ता जय जय |
माता छिन्नमस्ता आरती - ॐ छिन्नमस्ता जय जय (Mata Chhinnamasta Aarti Lyrics)
छिन्नमस्ता जय जय मईया छिन्नमस्ता जय जय
विश्व रूप भुवनेश्वरी, विश्व रूप भुवनेश्वरी
रूप देख लगे भय
ॐ छिन्नमस्ता जय जय।।
रुद्र पीला सहचरियो को, तूने भूख हरी।
शीश काटने में अपना, तूने न देर करी।।
मईया छिन्नमस्ता जय जय।।
अर्द्ध रात्रि में जो, मईया ध्यान तेरा धरता।
साधक वो सरस्वती को, साथ ही सिद्ध करता।।
मईया छिन्नमस्ता जय जय।।
तम रज गुणों की देवी, तेरी सह चरिया।
शीश काट के भी जीवित, तुम तो हो मईया।।
मईया छिन्नमस्ता जय जय।।
भैरव तंत्र में तेरी महिमा का है बखान।
कर आराधना तेरी, भक्त हो शिव के समान।।
मईया छिन्नमस्ता जय जय।।
भक्त जो तुमको साधे, राज भोग पाए।
शत्रु पे विजय है पाता, मोक्ष भी मां पाए।।
मईया छिन्नमस्ता जय जय।।
दस महाविद्याओ में, तेरा परम स्थान।
शक्ति स्वरूपा भवानी, तुम्हें मेरा है प्रणाम।।
मईया छिन्नमस्ता जय जय।।
सर्व सुखों की दायनी, मईया शुभकारी।
सुख वैभव हमे दिज्यों, मां संकट हारी।।
मईया छिन्नमस्ता जय जय।।
छिन्नमस्ताका की आरती जो प्राणी गाते।
रघुवंशी गोचन सुख, समृद्धि पाते।।
मईया छिन्नमस्ता जय जय।।
छिन्नमस्ता जय जय मईया छिन्नमस्ता जय जय
विश्व रूप भुवनेश्वरी, विश्व रूप भुवनेश्वरी
रूप देख लगे भय
ॐ छिन्नमस्ता जय जय।।