श्रृंगार बसन्ती है Shringaar Basanti Hai |
श्रृंगार बसन्ती है Shringaar Basanti Hai Song by Maanya Arora
।। Krishna Bhajan ।।
Shringaar Basanti Hai Bhajan Lyrics in Hindi:
श्री श्याम सलोने का,
श्रृंगार बसन्ती है, दरबार बसन्ती है
बसन्ती ही पीताम्बर, बसन्ती ही फेटा है
बसन्ती सिंहासन, जिस पर ये बैठा है
इसने जो पहने है, वो हार बसन्ती है
श्रृंगार बसन्ती है, दरबार बसन्ती है
श्रृंगार बसन्ती है
मुखड़े पर गौर करो, मुस्कान बसन्ती है
मुरली से उठ जो रही, वो तान बसन्ती है
जिन नजरों से यह देखे, वो प्यार बसन्ती है
श्रृंगार बसन्ती है, दरबार बसन्ती है
श्रृंगार बसन्ती है
इसके हर प्यारे की, पहचान बसन्ती है
दिल में जो मचल रहे, अरमान बसन्ती है
जिस डोर से ये बांधे, वो तार बसन्ती है
श्रृंगार बसन्ती है, दरबार बसन्ती है
श्रृंगार बसन्ती है
ये श्याम सरोवर है, मोहन की धरोहर हैं
"बिन्नू" इसके तट का, हर घाट मनोहर है
इसके निर्मल जल की, हर धार बसन्ती है
श्रृंगार बसन्ती है, दरबार बसन्ती है
श्रृंगार बसन्ती है
Song Credits:
Singer - Maanya Arora
Kathak Artist - Elisha Deep
Music - Shiva Malik
Guitar - Anmol Malik
Dholak & Tabla - Sanskari Shivam
Lyrics - Binod Kumar Gadodia Ji (Binnu Ji)
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