भगवान शिव चालीसा आरती मंत्र - हिंदू धर्म में सोमवार का दिन देवों के देव महादेव और चन्द्र ग्रह को समर्पित है। सोमवार के दिन विशेष तौर पर भगवान शिव जी की पूजा की जाती है। ऐसे तो भगवान शिव जी की पूजा रोज की जा सकती है लेकिन सोमवार का दिन भगवान शिव जी की पूजा आराधना के लिए विशेष माना गया है। इस दिन शिव भक्त भगवान शिव की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं। कुंवारी कन्याएं मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए 16 सोमवार का व्रत करती हैं।
महा शिवरात्रि (Maha Shivaratri) - प्रत्येक माह की कृष्ण त्रियोदशी को शिवरात्रि ही कहा जाता है, इन सभी शिवरात्रियों मे से दो शिवरात्रि अत्यधिक प्रसिद्ध है। फाल्गुन माह की त्रियोदशी महा शिवरात्रि, तथा दूसरी सावन शिवरात्रि जोकि भगवान शिव के पवित्र माह सावन में मनाई जाती है। यह त्यौहार भगवान शिव-पार्वती को समर्पित है।
भगवान शिव - चालीसा, आरती, मंत्र, स्तुति, स्तोत्रम्, भजन
- शिव चालीसा
- आरती - ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय
- आरती - हर हर हर महादेव
- आरती - जयति जयति जग-निवास
- आरती - ॐ जय गंगाधर
- आरती - शीश गंग अर्धन्ग पार्वती
- आरती - विश्वेश्वर नीराजनम्:
- शिव मंत्र
- महामृत्युंजय मंत्र
- शिव सुवर्णमाला स्तुति
- शिव तांडव स्तोत्र
- शिव नामावली अष्टक
- श्री शिव अष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम्
- श्री शिव कैलाश अष्टोत्तर शतनामावली
- श्री शिव अष्टोत्तर शतनामावली
- द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्रम्
- श्री शिव बिल्वाष्टकम
- श्री रुद्राष्टकम् मंत्र
- वेदसार शिव स्तोत्रम्
- शिवाष्ट्कम्: जय शिवशंकर
- शिवाष्टकम्: आदि शंकराचार्य रचित
- शिव लिङ्गाष्टकम्
- शिव पंचाक्षर स्तोत्र
- श्री काशी विश्वनाथाष्टकम्
- निर्वाण षट्कम्
- शिवापराधक्षमापन स्तोत्रम्
- दारिद्र्य दहन शिवस्तोत्रं
- श्री चन्द्रशेखरा अष्टकम्
◾
शिव भजन -